
मुर्शिदाबाद हिंसा।
वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा को लेकर राज्य सरकार ने कलकत्ता हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर बताया है कि हिंसा के दिन करीब 10,000 की भीड़ जमा हो गई थी। इतना ही नहीं उन्मादी भीड़ ने तब मौके पर तैनात पुलिस की पिस्तौल भी छीन ली थी। बंगाल सरकार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उन्मादी भीड़ में से करीब 10 लोगों के पास घातक हथियार थे, जिनसे पुलिस को अपने अधिकारियों को बचाना पड़ा।
कैसे भड़की हिंसा?
रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले करीब 8000-10000 लोगों की भीड़ पीडब्ल्यूडी ग्राउंड आउट पर इकट्ठा हुई। इसके बाद भीड़ का एक हिस्सा अलग हो गया और करीब 5000 लोग उमरपुर की ओर बढ़ गए और एनएच को जाम कर दिया। इसके बाद देखते ही देखते भीड़ बेकाबू हो गई और गंदी भाषा का इस्तेमाल करने लगी। इसके बाद उन्होंने पुलिस कर्मियों पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया।
SDPO का ग्लोक पिस्तौल छीना
भीड़ ने SDPO का ग्लोक पिस्तौल छीन लिया। भीड़ ने SDPO के सरकारी गाडी में आग लगाया। पुलिस ने भीड़ को कण्ट्रोल करने के लिए नॉन लेथल वेपन से फायरिंग की लेकिन भीड़ और भड़क गई और पुलिस पर पथराव करने लगी। उसके बाद पुलिस की रि-एन्फोर्समेंट टीम आई जिसके बाद टीम को दो भागो में बांटा गया और NH को चार घंटे में क्लियर कराया गया।
पिता-पुत्र की हत्या का आरोपी गिरफ्तार
मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा के दौरान कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई थी। वक्फ कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के दौरान जाफराबाद इलाके में पिता और पुत्र की बेरहमी से हत्या कर दी थी। अब पुलिस ने इस हत्या के मास्टरमाइंड में से एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या तीन हो गई है। गिरफ्तार किए गए मास्टरमाइंड आरोपी का नाम इंजामुल हक है और उसे बुधवार को देर रात सुती इलाके से छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया है। (रिपोर्ट: ओंकार)
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