
महबूबा मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के बयान पर टिप्पणी की है। दरअसल, फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को अपने एक बयान में कहा था कि वो पहले हमेशा पाकिस्तान के साथ बातचीत के पक्षधर रहे, लेकिन अब चाहते हैं कि केंद्र सरकार ऐसी कार्रवाई करे, जिससे पहलगाम जैसे हमले फिर कभी न हों। इस दौरान उन्होंने भारत बालकोट से भी सख्त कार्रवाई की मांग की।
“देश के लोगों के जख्मों पर मरहम लगाना जरूरी”
फारूक अब्दुल्ला के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा, “मैंने फारूक अब्दुल्ला को कहते सुना कि पाकिस्तान पर बालाकोट से भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कभी वे कहते हैं कि दूसरे कश्मीर पर बम गिरा देना चाहिए और कभी बातचीत की बात करते हैं। मैं इस पर ज्यादा नहीं बोलना चाहती, लेकिन इतना जरूर कहना चाहूंगी कि देश के लोगों के जख्मों पर मरहम लगाना जरूरी है।”
पहलगाम आतंकी हमले पर बात करते हुए मुफ्ती ने कहा कि यह एक बेहद दुखद घटना है, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान चली गई और कुछ ऐसे घटनाक्रम भी हुए जो अपेक्षा से परे थे। उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आतंकियों के घरों को गिराने की कार्रवाई में आम लोगों के घर भी तबाह हुए हैं।
“आम लोगों के घरों को नुकसान न पहुंचे”
महबूबा मुफ्ती ने मांग की कि आतंकवाद से निपटते समय यह सुनिश्चित किया जाए कि आम लोगों के घरों को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने खासतौर पर उन महिलाओं की स्थिति पर चिंता जताई जो पाकिस्तान से शादी के बाद भारत आई थीं और अब 30-40 साल से यहीं रह रही हैं। उन्होंने कहा, “उनका घर अब भारत है। वे खुद को भारतीय मानती हैं, न कि पाकिस्तानी। ऐसे में उनके खिलाफ कोई कठोर कदम न उठाया जाए। मुझे उम्मीद है कि केंद्रीय गृहमंत्री इस मामले को सहानुभूतिपूर्वक देखेंगे।”
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