
डुप्लिकेट नंबर प्लेट लगाकर बचते थे आरोपी पिता-पुत्र।
नागपुर: चालान और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए लोग क्या-क्या कर सकते हैं, इसका एक नमूना नागपुर में देखने मिला है। नागपुर के एक व्यापारी पिता-पुत्र मर्सिडीज कार चलाते थे, लेकिन चालान से बचने के लिए उन्होंने डुप्लिकेट नंबर प्लेट का सहारा लिया। पुलिस ने व्यापारी पिता-पुत्र की साजिश का पर्दाफाश कर दिया है। उन्होंने यातायात विभाग की कार्रवाई से बचने के लिए किसी और वाहन का नंबर अपनी कार पर लगाया था। फिलहाल नागपुर के बजाज नगर थाने में उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
पिता-पुत्र ने किया खेल
दरअसल, बीते एक साल से ये पिता-पुत्र मिलकर पुलिस की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे थे। दूसरी कार का डुप्लिकेट नंबर प्लेट लगाकर ये सरेआम ट्रैफिक के नियमों का उल्लंघन करते थे। हैरान कर देने वाली बात तो ये थी कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन मर्सिडीज चालक करते थे, लेकिन चालान जिस दूसरे व्यक्ति के घर पर पहुंच जाता था। पीड़ित ने नागपुर के ट्रैफिक पुलिस में इसकी शिकायत भी की। मर्सिडीज मालिक का नाम हरीश तिवारी और यश हरीश तिवारी है। इन दोनों पिता-पुत्र पर नागपुर ट्रैफिक पुलिस ने FIR दाखिल की है।
कैसे हुआ खुलासा
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब यह मर्सिडीज कार शहर के नो पार्किंग जोन में पार्क की गई थी। ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई के लिए जैसे ही ई-चालान मशीन में नंबर डाला तो उन्हें कार मलिक का नंबर मिल गया। इसके अलावा गाड़ी का नंबर भी संदिग्ध सूची में दिखाई दिया। ऐसे में तुरंत अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। नागपुर शहर के ट्रैफिक विभाग के डीसीपी अर्चित चांडक ने बताया कि, इनके मर्सिडीज कार का ओरिजिनल नंबर MH 31 EX 9993 है, लेकिन ये MH 02 DZ 5061 नाम से डुप्लिकेट नंबर प्लेट कार पर लगाए हुए थे। उन्होंने बताया कि डुप्लिकेट रजिस्ट्रेशन नंबर मीरा रोड मुंबई निवासी हनीत सिंग अरोरा की मर्सिडीज कार का है।
पुलिस के सामने मांगी माफी
ट्रैफिक विभाग के डीसीपी अर्चित चांडक ने बताया कि यश तिवारी नागपुर शहर में डुप्लिकेट नंबर की मदद से मर्सिडीज कार चलाते हुए ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता था। लेकिन इसका चालान हनीत सिंह अरोरा के पास पहुंच रहा था। इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस ने पिता-पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं कार को कब्जे में लेकर बजाज नगर थाने उन्हें बुलाया गया। थाने में पहुंचकर उन्होंने गलती के लिए क्षमा मांगी और छोड़ने के लिए विनती की। हालांकि पुलिस ने कहा कि यह गलती नहीं, सोची समझी साजिश के तहत किया गया अपराध है। फिलहाल यश और उसके पिता के खिलाफ यातायात विभाग ने कार्रवाई करके जांच शुरू कर दी है।
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