
हथियारों के साथ आतंकी संगठन।
Explainer: हमास और हिजबुल्लाह दोनों ही आतंकी संगठनों के शीर्ष लीडर समेत अन्य खूंखार सैन्य इजरायली हमले में कमांडर मारे जा चुके हैं। मगर इजरायली सेना के सामने हमास और हिजबुल्लाह अब भी झुकने को तैयार नहीं हैं। गाजा में एक तरफ हमास इजरायली हमलों के बावजूद उसकी शर्तें मानने को तैयार नहीं है, दूसरी तरफ हिजबुल्लाह ने भी दोबारा हुंकार भरी है। हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर ने कहा है कि वह इजरायली सेना के सामने हथियार नहीं डालेगा। ऐसे में सवाल ये है कि अपने शीर्ष नेताओं के मारे जाने के बाद भी इन आतंकी संगठनों को ताकत कहां से मिल रही है?
वैसे तो यह सभी जानते हैं कि हमास और हिजबुल्लाह आतंकी संगठनों के पीछे ईरान मजबूती से खड़ा है। हमास के दोनों टॉप लीडर इस्माइल हानिया और याह्या सिनवार की जब इजरायली सेना ने हत्या की थी तो ईरान भड़क उठा था। ईरान ने खुल्लम-खुल्ला इजरायल से बदला लेने की कसम खाई थी और तेल अवीव पर करीब 180 मिसाइलों से एक दिन में हमला किया था। बाद में इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की। इसी तरह हिजबुल्लाह के टॉप लीडर हसन नसरल्लाह और सफीद्दीन की हत्या होने पर भी ईरान इजरायल पर आग बबूला हो गया था। इजरायल पर हमला करने के बाद तेहरान ने कहा था कि अब उसका बदला और प्रतिज्ञा पूरी हो गई। मगर इसके बावजूद इजरायल नहीं रुका। इजरायली सेना ने हमास और हिजबुल्लाह को तहस-नहस कर डाला।
क्या फिर से उठ खड़े हुए हमास और हिजबुल्लाह
इजरायल की सेना ने हमास के गढ़ गाजा और हिजबुल्लाह के गढ़ दक्षिणी लेबनान को हवाई हमलों से खंडहर में बदल डाला। उनके सभी सैन्य ठिकानों और कंट्रोल सेंटर को तबाह कर दिया। हमास और हिजबुल्लाह के नेताओं को यमपुरी भेजने के बाद उनके सभी शीर्ष कमांडरों को भी इजरायली सेना ने मार डाला। दोनों ही आतंकी संगठनों की कमर टूट गई। इसके बाद एक बार हमास और हिजबुल्लाह दोनों ही इजरायल के सामने झुक गए। इजरायली सेना के साथ संघर्ष विराम समझौता भी किया, लेकिन अब अचानक दोनों ही संगठन फिर से इजरायल को ललकार रहे हैं। तेल अवीव पर जवाबी हमले कर रहे हैं। वह इजरायली सेना के सामने हथियार नहीं डालने की बात कर रहे हैं। ऐसे में क्या माना जाए कि ईरान ने फिर हमास और हिजबुल्लाह को मजबूत कर दिया है।
हिजबुल्लाह ने क्या कहा
लेबनान के चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह के सरगना ने शुक्रवार को कहा कि जब तक इजरायली सैनिक दक्षिणी लेबनान में मौजूद रहेंगे और इजरायली वायु सेना लेबनानी हवाई क्षेत्र का नियमित रूप से उल्लंघन करती रहेगी, तब तक उसके लड़ाके हथियार नहीं डालेंगे। पिछले वर्ष इजरायली हवाई हमलों में हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर हसन नसरल्लाह, उसके उत्तराधिकारी हाशिम सफीद्दीन और अन्य शीर्ष नेताओं के मारे जाने के बाद कासिम ने चरमपंथी संगठन की कमान संभाली थी। कासिम ने कहा कि हिजबुल्ला ने अमेरिका की मध्यस्थता में हुए संघर्षविराम समझौते से संबंधित अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन किया, जिससे इजरायल एवं हिजबुल्ला के बीच अक्टूबर 2023 से शुरू हुआ संघर्ष रुक गया था।
हमास का क्या कहना
हमास का कहना है कि इजरायल पहले गाजा से अपने सैनिकों की वापसी करे, तभी वह संघर्ष विराम मानेगा और बाकी बचे हुए इजरायली बंधकों को वापस करेगा। बता दें कि अभी भी हमास की गिरफ्त में करीब 59 बंधक हैं। इनमें से करीब 24 के जिंदा होने की उम्मीद है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि जब तक हमास हथियार नहीं डाल देता और बंधकों की रिहाई नहीं करता, तब तक इजरायली सेना गाजा पर हमले बंद नहीं करेगी।
