
कमल सदाना ने काजोल के साथ 1992 में ‘बेखुदी’ से डेब्यू किया था।
बॉलीवुड में कुछ ऐसे स्टारकिड हैं जो हर दिन सुर्खियों का हिस्सा रहते हैं। इनकी आउटिंग पर फैंस की नजर रहती है तो वहीं कुछ ऐसे भी स्टारकिड हैं, जो लाइमलाइट से कहीं ओझल से हो चुके हैं। 90 के दशक में शाहरुख खान, अजय देवगन और अक्षय कुमार जैसे स्टार्स के साथ ही एक स्टारकिड ने भी अपनी जगह बनाई थी। इस स्टारकिड की पहली फिल्म काजोल के साथ थी। इस स्टारकिड ने अपने हैंडसम लुक्स और दमदार अभिनय के दम पर इंडस्ट्री में खूब नाम और शोहरत हासिल की, लेकिन बाद में वह कहीं गुमनामी के अंधेरे में खो गए। हम बात कर रहे हैं निर्देशक बृज सदाना और सईदा खान के बेटे और एक्टर कमल सदाना की।
काजोल के साथ किया था डेब्यू
कमल सदाना ने 1992 में ‘बेखुदी’ से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। ये कमल के साथ-साथ काजोल की भी डेब्यू फिल्म थी। लेकिन, इससे पहले कि उनका करियर परवान चढ़ता एक भयावह हादसे ने उनका करियर ही नहीं, पूरी जिंदगी तबाह कर दी। एक ही झटके में कमल सादाना का सब कुछ लुट गया। ये घटना उनके 20वें जन्मदिन पर घटी, जिसमें उनके पिता बृज सदाना ने गोलियों से उनकी मां और बहन को भून दिया और उनकी हत्या कर दी। एक गोली कमल सदाना को भी लगी, लेकिन वह बच गए।
एक्टर के बर्थडे पर पिता ने तबाह कर दिया परिवार
कमल सदाना ने 2024 में सिद्धार्थ कनन के साथ बातचीत में इस पूरी घटना के बारे में खुलकर बात की थी और बताया था कि कैसे उनके पिता ने ही उनका पूरा परिवार तबाह कर दिया। इस दौरान उन्होंने उस दिन की पूरी घटना का जिक्र किया था और अपने दर्द के बारे में भी बताया था। पिता की चलाई गोलियों से कमल सदाना किसी तरह जिंदा तो बच गए। लेकिन ये घटना उन्हें ऐसा ट्रॉमा दे गई, जिससे निकलने में उन्हें सालों लग गए।
कमल सदाना की गर्दन में लगी थी गोली
कमल ने इस बारे में बात करते हुए कहा था- ‘मैंने हमेशा इसे ऐसे ही देखा है… मुझे भी गोली लगी थी। एक गोली मेरी गर्दन पर लगी थी। गोली गर्दन की एक तरफ से होकर दूसरी तरफ निकल गई थी और मैं इससे बच गया। मेरे सर्वाइव करने का कोई लॉजिकल कारण नहीं है। ये ऐसा था कि, गोली हर नर्व को चकमा देकर दूसरी तरफ निकल गई। यही एक कारण हो सकता है कि मैं इससे बच गया। इसके बाद मैं किसी तरह इससे बाहर निकला और अच्छे से जीने के बारे मे सोचा।’
जन्मदिन पर नशे में धुत पिता ने चलाई थी गोलियां
कमल ने बताया कि जब उनके पिता बृज ने परिवार पर गोलियों की बारिश की वह नशे में धुत थे। कमल ने कहा- ‘उस दिन मेरा जन्मदिन था और ये बहुत ही भयानक इंसीडेंट था। इसका ये मतलब नहीं कि मेरा परिवार बुरा था या मेरा बचपन बुरा था। मेरे पिता बुरे इंसान थे, नहीं ऐसा नहीं है। जब पापा ने बहन और मां के साथ मुझे भी गोली मारी तो मैं दोनों को अस्पताल लेकर गया था। मेरा भी खून निकल रहा था, लेकिन मुझे बिलकुल नहीं पता था कि मुझे भी गोली लगी है। अस्पताल में बेड खाली नहीं थे तो मेरा दोस्त मुझे दूसरे अस्पताल ले गया। मैंने डॉक्टर्स से कहा कि मेरी मां और बहन को जिंदा रखना और पापा को भी मैं ही देख रहा था।’
सालों नहीं मनाया बर्थडे
‘मुझे भी गोली लगी थी तो मेरी भी सर्जरी हुई थी। डॉक्टर्स जख्म को ठीक कर रहे थे। जब मैं ठीक हुआ तो मुझे घर ले जाया गया और घर जाकर देखा तो मेरा पूरा परिवार जमीन पर था। मेरी नजरों के सामने। कई सालों तक मैंने अपना जन्मदिन नहीं मनाया। लेकिन, फिर कुछ सालों पहले पार्टी दी। मगर आज भी मुझे अपना बर्थडे सेलिब्रेट करने का मन नहीं करता। क्योंकि, वो वाकया मेरे दिमाग से जाता ही नहीं है। जन्मदिन पर वो सारी चीजे मुझे फिर याद आ जाती हैं।’
