
हर्षा रिछारिया
महाकुंभ से चर्चा में आईं हर्षा रिछारिया इन दिनों सनातनी जोड़ो पदयात्रा पर हैं। इसी दौरान उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसमें वह कैमरे के सामने फूट-फूटकर रोते हुए नजर आ रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार, बताया जा रहा है कि हर्षा रिछारिया की पदयात्रा को संभल जाने से पुलिस ने रोक दिया है। सनातनी विचारधारा से युवाओं को प्रेरित करने के लिए हर्षा रिछारिया ने वृंदावन से संभल तक के लिए पदयात्रा निकाली थी। जिसे बुलंदशहर में उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोक दिया। जिसके बाद वह भावुक हो गईं और कैमरे के सामने वह फूट-फूटकर रोने लगीं।
हर्षा रिछारिया की पदयात्रा को पुलिस ने रोका
बता दें कि हर्षा रिछारिया 14 अप्रैल को वृंदावन से चलकर अलीगढ़ होते हुए बुलंदशहर से संभल जा रही थीं। यात्रा 21 अप्रैल को समाप्त होनी थी। लेकिन उससे पहले ही बुलंदशहर में उनकी यात्रा को रोक दिया गया। उनकी यात्रा अलीगढ़ से होते हुए बुलंदशहर के रामघाट क्षेत्र के जरगवा गांव तक पहुंची थी, लेकिन जैसे ही उन्होंने संभल की ओर रुख किया, पुलिस ने उन्हें रोक दिया। यात्रा को अचानक से ऐसे रोके जाने पर हर्षा रिछारिया भावुक हो गईं और उन्होंने डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने की गुहार लगाई।
यात्रा रह गई अधूरी
हर्षा रिछारिया ने यह पदयात्रा सनातन धर्म के प्रचार और युवाओं को जागरूक करने व नशा मुक्त भारत के उद्देश्य से निकाली थी। हर्षा का कहना है कि आज के समय में युवाओं को सनातन धर्म में रुचि लेनी चाहिए और हमारी संस्कृति व परंपराओं को समझना चाहिए। इसी सोच को लेकर वह इस पैदल यात्रा पर निकली थीं। उनकी यात्रा 14 अप्रैल को शुरू होकर 21 अप्रैल को संभल में समाप्त होनी थी। लेकिन अब प्रशासन की रोक के चलते यह यात्रा अधूरी रह गई है।
हर्षा ने क्या कहा
पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक यात्रा रोकने के पीछे के कारणों की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है, हर्षा रिछारिया का कहना है कि वह शांति और आस्था के साथ यह पदयात्रा कर रही थीं और उन्हें बिना किसी ठोस कारण के रोका जाना गलत है। अब देखना यह होगा कि शासन-प्रशासन इस मामले में क्या रुख अपनाता है और हर्षा रिछारिया को उनकी यात्रा पूरी करने की अनुमति दी जाती है या नहीं।
(बुलंदशहर से वरुण शर्मा की रिपोर्ट)
ये भी पढें:
