
जगन मोहन रेड्डी पर काली कमाई के आरोप हैं
आय से अधिक संपत्ति मामले में कार्रवाई करते हुए ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने डालमिया सीमेंट की 793 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच की है। आरोप है आंध्र प्रदेश के कडपा जिले में 417 हेक्टेयर के लाइम स्टोन की खरीदारी में धांधली की गई थी। इस घोटाले के जरिए जगन मोहन रेड्डी को करीब 150 करोड़ अवैध तरीके से लाभ मिलने का आरोप है। आरोप ही कि आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी तक जो पैसे पहुंचे थे, उनमें से 95 करोड़ रघुराम सीमेंट के शेयर के जरिए मिले थऔ और 55 करोड़ रुपये हवाला के रूप में जगन तक पहुंचे थे।
सीबीआई ने इस मामले में 2013 में चार्जशीट लगाई थी। इसके अनुसार जगन मोहन रेड्डी के साथ मिलकर डालमिया सीमेंट्स ने 417 हेक्टेयर के लाइम स्टोन अवैध तरीके से लीज में लिए थे। सीबीआई चार्जशीट के आधार पर मनी लॉर्डिंग के मामले को अब ईडी ने आगे बढ़ाया है।
राजशेखर रेड्डी के राज में हुआ घोटाला
डालमिया सीमेंट की 793 करोड़ रुपये की जमीन जब्त करते हुए मार्च 31 को आदेश जारी किए गए थे। अटैचमेंट की कॉपी इस महीने की 15 तारीख रात को डालमिया सीमेंट को मिलने की खबर है। डालमिया सीमेंट की तरफ से पहले जवाब में कहा गया था कि इस जमीन को खरीदते वक्त इसकी कीमत 377 करोड़ थी। आरोप है कि जगन मोहन के पिता वाईएस राजशेखर रेड्डी के मुख्यमंत्री रहते हुए पूरा घोटाला हुआ।
केस दर्ज होने के बाद रुके 85 करोड़ रुपये
सीबीआई का कहना है कि जगन मोहन रेड्डी को जो 150 करोड़ रुपये मिले हैं, उनके अलावा उन्हें हावाला के जरिए 85 करोड़ रुपये और मिलने वाले थे, लेकिन सीबीआई ने मामला दर्ज कर लिया इस वजह से ये पैसे जगन मोहन रेड्डी तक नहीं पहुंचे। इस मामले में 2013 में सीबीआई ने जगन मोहन रेड्डी, विजय साईं रेड्डी, पुनीत डालमिया, पूर्व मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी, आईएएस अफसर लक्ष्मी और कुछ अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। अब तक ईडी ने नौ चार्जशीट जगन के अवैध संपत्ति को लेकर दायर की हैं।
